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अटल पेंशन योजना की पूरी जानकारी (Atal Pension Yojana in Hindi) (2022)

Last updated: मार्च 17, 2022 | by दीपेश 439 Comments

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले और मजदूरों को जीवनभर की पेंशन प्रदान करने के लिए अटल पेंशन योजना (एपीवाई) शुरू की गई थी।यदि आप इस योजना में शामिल होते हैं, तो केंद्र सरकार आपको और आपके पति या पत्नी को जीवन भर न्यूनतम पेंशन की गारंटी देती है।

अटल पेंशन योजना की पूरी जानकारी (Atal Pension Yojana in Hindi)

यदि आप अटल पेंशन योजना में निवेश करते हैं, तो आपको 60 वर्ष की आयु से लेकर मृत्यु तक आपको 1,000 रुपये प्रति माह से लेकर 5,000 रुपये प्रति माह की पेंशन मिलेगी|

पेंशन 1,000, 2,000, 3,000, 4,000 या 5,000 रूपए प्रति माह मिलेगी|

अब कितनी पेंशन मिलेगी, यह आपके 60 वर्ष के पहले आपके योजना में योगदान आर निर्भर करेगा| इस पर बाद में विस्तार से चर्चा करेंगे|

ध्यान दें की इस पेंशन पर सरकार ने गारंटी दी है| तो इतनी पेंशन तो आपको मिलेगी ही| परन्तु आपके योगदान पर आपको बेहतर रिटर्न मिलते हैं, तो आपको ज्यादा पेंशन भी मिल सकती है|

निवेशक की मृत्यु के बाद पति या पत्नी को भी यह पेंशन मिलती रहेगी| पत्नी (या पति) की मृत्यु के बाद 60 वर्ष की आयु पर जो भी आपके पेंशन फण्ड में राशि थी, वह आपके नॉमिनी को दे दी जायेगी|

अटल पेंशन योजना के फायदों को संक्षेप में इस प्रकार देखा जा सकता है:

  1. निवेशक (अभिदाता) को पेंशन मिलती है| (60 वर्ष की आयु से मृत्यु तक)
  2. निवेशक के निधन के बाद, पति-पत्नी (spouse) को पेंशन जारी रहती है।
  3. पति या पत्नी (spouse) के निधन के बाद जमा राशि (जो भी 60 वर्ष की आयु तक जमा हो गयी थी) आपके नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) को दे दी जाती है|

अगर निवेशक की पत्नी (या पति) की मृत्यु निवेशक से पहले ही हो जाती है, तो जमा राशि (जो भी  60 वर्ष की आयु तक जमा हो गयी थी), वह निवेशक की मृत्यु के बाद नॉमिनी को दे दी जायेगी|

अटल पेंशन योजना 2018 नियम बंद कैसे करें बंद करने के उपाय पूरी जानकारी

June 8, 2019 अपडेट: ऐसी खबर आई है की अटल पेंशन योजना के तहत अधिकतम पेंशन को 5,000 रुपये से बढाकर 10,000 रुपये किया जा सकता है| साथ ही प्रवेश आयु को 40 वर्ष से 50 वर्ष करने पर भी विचार किया जा रहा है| कुछ वेबसाइट पर गलत खबर छपी है की  APY पेंशन सीमा बढ़ाकर 10,000 रुपये कर  दी गयी है| ध्यान दें यह प्रस्ताव अभी  भी विचाराधीन है| अभी अधिकतम पेंशन 5,000 रुपये प्रति माह ही है| अगर सरकार अधिकतम पेंशन राशि को बढ़ाती है या प्रवेश आयु बढ़ाती है, तो मैं यह पोस्ट अपडेट कर दूंगा| इस बात पर भी ध्यान दें की अधिक पेंशन पाने के लिए आपको  अपना निवेश भी बढ़ाना होगा|

अटल पेंशन योजना 2019 की जानकारी YouTube वीडियो में
अटल पेंशन योजना नियम पूरी जानकारी लाभ पेंशन 
अटल पेंशन योजना 2019
अटल पेंशन योजना

अटल पेंशन योजना कौन खोल सकता है? Who is eligible for Atal Pension Yojana in Hindi?

  1. आप भारतीय नागरिक होने चाहिए|
  2. न्यूनतम प्रवेश आयु : 18 वर्ष
  3. अधिकतम प्रवेश आयु : 40 वर्ष
  4. आपका बैंक में बचत खाता होना चाहिए|
  5. आप केवल 1 अटल पेंशन योजना खाता खोल सकते हैं।

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता की आपका प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट (EPF, PPF, GPF इत्यादि) या NPS खाता पहले से ही है| आप अटल पेंशन योजना खाता खोल सकते हैं| अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, तब भी अटल पेंशन योजना खाता खोल सकते हैं|

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अटल पेंशन योजना खाता कैसे खोलें? How to open APY Account?

आप अपनी निकटतम बैंक की शाखा में जा सकते हैं और योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

आप अटल पेंशन योजना फॉर्म यहां देख सकते हैं और डाउनलोड भी कर सकते हैं। आप सभी सरकारी बैंक (जैसे की SBI, PNB इत्यादि) में जा कर यह खाता खोल सकते हैं|

आप अटल पेंशन योजना खाता ऑनलाइन भी खोल सकते हैं| You can open APY account online. अगर आप अटल पेंशन योजना online खोलना चाहते हैं,  तो आप ईएनपीएस पोर्टल के जरिए अटल पेंशन खाता ऑनलाइन खोल सकते हैं।

इसके लिए आपके पास आधार कार्ड होने आवश्यक है| APY अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया को विस्तार से जान्ने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|


आप अटल पेंशन योजना में योगदान कैसे करेंगे? How to invest in Atal Pension Yojana Account?

आप मासिक, त्रैमासिक या अर्ध-वार्षिक (monthly, quarterly or half-yearly) किश्तों में योगदान कर सकते हैं| किश्तों को आपके बैंक खाते से ऑटो-डेबिट (auto-debit) किया जाएगा।

अगर आपके बैंक खाते में पर्याप्त धन नहीं है, तो आपको अगले महीने की किश्त के साथ आपके खाते से पैसा काटा जाएगा| साथ में आपको थोडा जुर्माना भी देना होगा| जुर्माना होगा 1 रूपया प्रति 100 रुपए की किश्त जमा न करने पर|


सरकार सह-योगदान (सह-अंशदान) क्या है?

अटल पेंशन योजना में सरकार भी आपके खाते में योगदान करेगी| परन्तु इसकी कुछ शर्तें हैं|

सरकार प्रति वर्ष आपके कुल वार्षिक योगदान का 50% भी योगदान देगी। पर सरकार के भुगतान की अधिकतम सीमा 1,000 रुपये प्रति वर्ष होगी| और हाँ सरकार केवल 5 वर्षों तक यह योगदान करेगी| वित्त वर्ष 2016 से वित्त वर्ष 2020 तक।

जैसा की मैंने ऊपर लिखा है, सरकार की योगदान की कुछ शर्तें हैं|

  1. आपको 31 मार्च, 2016 से पहले इस योजना में शामिल होना चाहिए| (इसका मतलब अब नए खोले गए खातों में सरकार योगदान नहीं करेगी)
  2. आपको आयकर दाता (income tax payer) नहीं होना चाहिए|
  3. आपको किसी भी सामाजिक सुरक्षा योजना (social security scheme) के अंतर्गत कवर नहीं किया जाना चाहिए, जैसे कि निम्नलिखित:
  • कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 (EPF)
  • कोयला खान भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1948
  • असम चाय बागान प्रोविडेंट फंड और विविध प्रावधान, 1955
  • सीमेंस प्रॉविडेंट फंड एक्ट, 1966
  • जम्मू कश्मीर के कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1961
  • कोई अन्य वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजनाएं

APY के अंतर्गत आपको कितनी पेंशन मिलेगी? Atal Pension Yojana Benefits in Hindi

पेंशन आपकी योगदान राशि और योजना में प्रवेश की आयु पर निर्भर करती है| सरकार में पूरा अटल पेंशन योजना चार्ट भी प्रदान किया है|

इस चार्ट को अटल पेंशन योजना कैलकुलेटर भी कहा जा सकता है।

अटल पेंशन योजना नियम लाभ पेंशन फॉर्म

आप देख सकते हैं की पेंशन राशि (जो आप चुनते हैं) और आपकी प्रवेश आयु पर आपका मासिक निवेश निर्भर करता है|

साथ ही पेंशन राशि के ऊपर एक राशि देख सकते हैं| यह वह राशि है, जो आपके और आपके पति या पत्नी के निधन के बाद आपके नॉमिनी को दे दी जायेगी|

एक निश्चित स्तर की पेंशन हासिल करने के लिए आवश्यक मासिक निवेश आपकी उम्र के साथ बढ़ेगा।

एक उदाहरण की सहायता से समझते है| 35 साल की उम्र में प्रवेश करने वाले निवेशक (अभिदाता) को 60 वर्ष की उम्र के बाद 5,000 रुपये प्रति माह के पेंशन पाने के लिए 902 रुपये प्रति माह (60 वर्ष की आयु तक) का निवेश करना होगा।

यदि ऐसा व्यक्ति 60 के बाद प्रति माह केवल 3000 रुपये की पेंशन चाहता है, तो उसे प्रति माह 543 रुपये का निवेश करने की आवश्यकता है।

ग्राहक और पति दोनों के निधन के बाद, संचित धन (रुपये 1.7 लाख से 8.5 लाख) नामांकित व्यक्ति को वापस कर दिया जाता है।

पढ़ें: सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) के बारे में पूरी जानकारी

पढ़ें: प्रधानमन्त्री श्रमयोगी मानधन योजना क्या है? अटल पेंशन योजना से क्या अंतर है?

क्या पंजीकरण के बाद मैं अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि को बढ़ा या घटा सकता हूं?

यह संभव है कि आप एक पेंशन राशि से शुरू करते हैं| परन्तु भविष्य में आप अपनी पेंशन राशि को बढ़ाना या कम करना चाहते हैं| अटल पेंशन योजना में इस बात का प्रावधान है|

यह आप वर्ष में एक बार अप्रैल के महीने में कर सकते हैं| पर हाँ, पेंशन में बदलाव आप केवल 60 वर्ष की आयु से पहले ही कर सकते हैं|

पेंशन राशि में वृद्धि के लिए, निवेशक (अभिदाता) को योगदान के अंतर राशि (difference in contribution amount) का भुगतान करना होगा| साथ की भुगतान पर 8% मासिक चक्रवृद्धि (monthly compounding) ब्याज भी जमा करना होगा।

पेंशन राशि में कटौती के मामले में, ग्राहक को योगदान की अतिरिक्त राशि वापस कर दी जाएगी| साथ में अतिरिक्त राशि पर जमा रिटर्न भी लौटा दिया जाएगा|

अधिक जानकारी के लिए आप PFRDA के इस सर्कुलर (अंग्रेजी) को पढ़ सकते हैं|

पेंशन बढ़ाने या घटाने के फॉर्म का आप इस लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं|

अगर अटल पेंशन योजना में निवेशक की मृत्यु 60 वर्ष से पहले हो जाती है?

60 वर्ष की आयु से पहले निवेशक की मृत्यु की स्थिति में, अभिदाता के पति या पत्नी को ग्राहक के खाते में योगदान करने के लिए एक विकल्प दिया जाएगा। ऐसा खाता पति या पत्नी के नाम पर बनाए रखा जाएगा| पति या पत्नी (spouse) शेष अवधि के लिए पेंशन खाते में योगदान कर सकते हैं (जब तक मूल ग्राहक (original investor) 60 वर्ष की आयु प्राप्त नहीं कर सके)।

यह एक दिलचस्प बात है खाता परिपक्वता अभी भी मूल निवेशक की उम्र पर निर्भर करता है, न की पति या पत्नी (spouse) की आयु पर| अगर निवेशक  55 वर्ष का है और उसका निधन हो जाता है| मान लिए पत्नी की आयु 50 वर्ष है| ऐसी स्तिथि में खाता केवल 5 साल ही और चलाना पड़ेगा, न की 10 साल|

ऐसा करने पर, पत्नी को जीवन भर प्राप्त होगी। पत्नी की मृत्यु के बाद, सारी पेंशन जमा राशि  (परिपक्वता के समय के अनुसार) नामांकित व्यक्ति को दे दी जायेगी|

यदि पत्नी (या पति) खाते  को जारी रखने के विकल्प नहीं चुनते हैं, तो संचित धन को पति या पत्नी को दे दिया जाएगा।

यदि ग्राहक अविवाहित है या पति या पत्नी जीवित नहीं है, तो जमा राशि नामांकित व्यक्ति को दे दी जायेगी।


अगर अटल पेंशन योजना में निवेशक (अभिदाता) की मृत्यु 60 वर्ष की आयु के बाद होती है?  

निवेशक की मृत्यु के बाद, पेंशन पति या पत्नी को जारी रहेगी|

उसके बाद जब पति या पत्नी (spouse) की मृत्यु हो जाती है, जमा राशि (60 वर्ष की आयु में आपकी पेंशन कार्पस में थी) आपके नामांकित व्यक्ति को दे दी जाएगी।

अगर पति या पत्नी का निधन निवेशक से पहले हो चुका है (और फिर निवेशक का निधन को जाता है), तो पेंशन कार्पस (60 वर्ष की आयु में आपका पेंशन कार्पस) नामांकित व्यक्ति को दे दिया जाएगा।

पढ़ें: LIC Jeevan Shanti (एलआईसी जीवन शांति): LIC का नया पेंशन प्लान


क्या 60 वर्ष की आयु से पहले स्वेच्छा से अटल पेंशन योजना खाता बंद किया जा सकता है? अटल पेंशन योजना खाता कैसे बंद करें? (Voluntary Exit From APY)

60 वर्ष की आयु से पहले निधन या किसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अटल पेंशन योजना खाता बंद किया जा सकता है।

यह बीमारियाँ हैं: cancer, kidney failure (end state renal failure, primary pulmonary arterial hypertension, multiple sclerosis, major organ transplant, coronary artery bypass graft, aorta graft surgery, heart valve surgery, stroke, myocardial infarction, coma, total blindness and paralysis.

परन्तु जब मैंने अटल पेंशन योजना खाता बंद करने का फॉर्म देखा, तो मुझे लगा की आप किसी भी कारण (जब चाहे) अपना खाता बंद कर सकते हैं| अटल पेंशन योजना खाता बंद करने का फॉर्म इस सर्कुलर के अंत में है| आप अटल पेंशन योजना खाता योगदान करने में सामर्थ्य न होने या पैसे की ज़रुरत होने पर भी बंद कर सकते हैं|

अटल पेंशन योजना खाते बंद करने कर आपको आपका योगदान और उस पर मिले रिटर्न लौटा दिए जायेंगे|

अटल पेंशन योजना से स्वैच्छिक निकास के बारे में एक ज़रूरी बात

यदि कोई उपभोक्ता, जो कि सरकारी सह-योगदान (Government co-contribution) का लाभ उठा चुके हैं,  और 60 वर्ष की आयु से पहले से स्वेच्छा से बाहर निकल जाने का विकल्प चुनता है, तो उसे अपने योगदान और उस पर मिला रिटर्न लौटा दिया जाएगा (योजना के शुल्क घटाने के बाद)।  परन्तु ऐसी स्तिथि में सरकार द्वारा किया गया योगदान और उस पर मिले रिटर्न नहीं दिए जायेंगे|

मैं समझता हूँ की यह नियम  60 वर्ष की आयु से पहले भी निवेशक के निधन पर बाहर निकलने पर भी लागू होता है।


क्या मैं एनपीएस और अटल पेंशन योजना दोनों खाते खोल सकता हूँ?

जैसा कि मैं समझता हूं, आपके एनपीएस और अटल पेंशन योजना दोनों खाते नहीं खोल सकते हैं|

यह बात थोड़ी अजीब लगती है परन्तु NSDL को ई-मेल डाल कर मैंने यह बात पक्की करी| अभी तक एनपीएस और अटल पेंशन योजना खातों को मिलाने का कोई प्रावधान नहीं है|

अटल पेंशन योजना की जानकारी Youtube पर पाने के लिए इस विडियो को देखें|


अटल पेंशन योजना: टैक्स बेनिफिट (Atal Pension Yojana: Tax Benefits in Hindi)

आप अटल पेंशन योजना में निवेश के लिए धारा 80 सीसीडी (1) और धारा 80 सीसीडी (1 बी) के तहत टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं ।

धारा 80 सीसीडी (1) के तहत, आप अपनी वार्षिक आय के 20% तक के लिए APY में निवेश के लिए टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं (अधिकतम 1.5 लाख प्रति वित्तीय वर्ष)। यह धारा 80 C के तहत 1.5 लाख की सीमा के अन्दर आता है।

धारा 80 सीसीडी(1 बी) (Section 80 CCD(1B)) के तहत, आप अटल पेंशन योजना में निवेश के लिए 50,000 रुपये तक का एक अतिरिक्त कर लाभ उठा सकते हैं।

यह नियम CBDT ने फरवरी 19, 2016 को अधिसूचित किया था|


अटल पेंशन योजना: परिपक्वता के बाद टैक्स ट्रीटमेंट (Atal Pension Yojana: Tax Treatment Maturity in Hindi)

परिपक्वता के बाद (60 वर्ष की आयु के बाद) प्राप्त पेंशन आय (वार्षिकी आय) कर योग्य है। आपको हर वर्ष उस आय पर अपनी टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होगा|

निवेशक/ पति या पत्नी की मृत्यु के बाद नामांकित व्यक्ति को मिलने वाली एकमुश्त राशि भी कर मुक्त होगी| उसके कर उपचार के बारे में मैं निश्चित नहीं हूँI


अटल पेंशन योजना कार्ड (PRAN कार्ड) कैसे डाउनलोड करें? अटल पेंशन योजना स्टेटमेंट कैसे देखें?

अगर आपके पास अटल पेंशन योजना कार्ड (PRAN कार्ड) नहीं है या खो गया है, तो आप अपना PRAN कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं| आप इस लिंक पर जाएँ|

इस लिंक  पर आप अपना अटल पेंशन योजना का अकाउंट स्टेटमेंट/ बैलेंस ऑनलाइन भी देख सकते हैं| आपको दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा|

अगर आपको अपना PRAN पता है, तो आप PRAN और बैंक अकाउंट नंबर की सहायता से लॉग इन कर सकते हैं|

अगर PRAN नहीं पता है, तो अपने नाम, बैंक खाता संख्या और जन्मतिथि की सहायता से ढूंढ सकते हैं|

अटल पेंशन योजना कार्ड डाउनलोड प्राण कार्ड apy अकाउंट स्टेटमेंट

अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए है और उनके लिए एक अच्छा उत्पाद हो सकता है। 

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? (Mutual Fund in Hindi)

अतिरिक्त लिंक

अटल पेंशन योजना सामान्य प्रश्न

अटल पेंशन योजना के नियम

एनपीएस में निवेश करने पर टैक्स बेनिफिट

Source: www.personalfinanceplan.in

पेंशन / रिटायरमेंट में आय के लिए सरकार की अन्य स्कीम/योजनायें

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना की पूरी जानकारी (PMVVY in Hindi)

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizens Savings Scheme or SCSS) की पूरी जानकारी

नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) की पूरी जानकारी

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पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, NSC, किसान विकास पत्र की ब्याज दर (April-June, 2020)

Last updated: अप्रैल 3, 2020 | by दीपेश 2 Comments

बहुत सारे लोग सरकार की स्माल सेविंग्स स्कीम में निवेश करते हैं|

आईये देखते हैं की सरकार की स्माल सेविंग्स स्कीम (छोटी बचत योजनायों) पर क्या ब्याज दर चल रही है|

ध्यान दे इन सभी योजनायों पर सरकार हर तिमाही ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) बदल सकती है|

यह इंटरेस्ट रेट April-June 2020 के लिए हैं|

आगे जा कर यह ब्याज दर बदल सकती हैं|

समय-समय पर में इस पोस्ट को अपडेट करता रहूँगा|

पीपीएफ सहित छोटी बचत योजनायों पर ब्याज दर (Small Savings Scheme Interest Rates) (April-June 2020)

भारत  सरकार ने PPF या अन्य छोटी बचत योजनायों की ब्याज दर में भारी कटौती करी है|

पीपीएफ ब्याज दर सुकन्या इंटरेस्ट रेट पीपीएफ इंटरेस्ट रेट
किसान विकास पत्र (KVP) में अब पैसा 124 महीने में दोगुना होगा|

ध्यान दें पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि खातों के अलावा पुराने खातों कर इस ब्याज दर में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता|

जैसे आपने कोई पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपाजिट खोला तब ब्याज दर 8% p.a. थी, तो पूरी अवधि का दौरान आपको 8% p.a. का रिटर्न ही मिलेगा| सरकार द्वारा ब्याज दर में बदलाव का आपके डिपाजिट पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा|

फर्क उन डिपाजिट पर पड़ेगा, जो आप भविष्य में खोलेंगे|

पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड और सुकन्या समृद्धि खातों में फर्क पड़ेगा क्योंकि आपकी जमा राशि पर आपको नयी ब्याज दर के हिसाब से ब्याज मिलेगा|

पढ़ें: पीपीएफ में ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है?

पढ़ें: सुकन्या समृद्धि योजना 2020 के बारे में पूरी जानकारी

Public Provident Fund (PPF interest Rate) (पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड): 7.1% p.a.

Sukanya Samriddhi Scheme Interest Rate (सुकन्या समृद्धि योजना): 7.6% p.a.

Senior Citizens Savings Scheme Interest Rate (वरिष्ठ नागरिक बचत योजना): 7.4% p.a.

Post Office Monthly Income Scheme Interest Rate (डाकघर मासिक आय खाता): 6.6% p.a.

National Savings Certificate (NSC) Interest Rate (राष्ट्रीय बचत पत्र): 6.8% p.a.

Kisan Vikas Patra (KVP) Interest Rate (किसान विकास पत्र): 6.9% p.a.

Post Office Savings Account  Interest Rate (डाकघर बचत खाता): 4.0% p.a.

1 year Time Deposit Interest Rate (1 वर्षीय जमा खाता): 5.5% p.a.

2 year Time Deposit Interest Rate (2 वर्षीय जमा खाता): 5.5% p.a.

3 year Time Deposit Interest Rate (3 वर्षीय जमा खाता): 5.5% p.a.

5 year Time Deposit Interest Rate  (5 वर्षीय जमा खाता): 6.7% p.a.

5 year Recurring Deposit Interest Rate (5-वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता): 5.8%

पढ़ें: सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम की पूरी जानकारी

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एसबीआई लाइफ सरल पेंशन प्लान (SBI Saral Pension Plan) की पूरी जानकारी

Last updated: अक्टूबर 18, 2019 | by दीपेश Leave a Comment

बहुत सारे निवेशक पेंशन प्लान खरीदते हैं जिससे की रिटायरमेंट के बाद भी उनको कुछ आय मिलती रहे| रिटायरमेंट के बाद वेतन (सैलरी) रुक जाएगा| परन्तु पेंशन प्लान से आय शुरू हो जायेगी|

आपको कौन सा पेंशन प्लान लेना चाहिए?

पेंशन प्लान की कोई कमी नहीं है| नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) एक विकल्प है| एलआईसी और अन्य इंश्योरेंस कंपनी ने भी बहुत सारे पेंशन प्लान शुरू करें हैं|

इस पोस्ट में एसबीआई लाइफ सारल पेंशन प्लान (SBI Life Saral Pension plan) पर चर्चा करेंगे और देखेंगे की क्या आपको यह पेंशन प्लान खरीदना चाहिए|

एसबीआई लाइफ सरल पेंशन प्लान (SBI Life Saral Pension Plan in Hindi)

  1. Non-Linked Participating Traditional Pension Plan (मुझे ऐसे प्लान पसंद नहीं आते)
  2. आप इस प्लान में 50 लाख रुपये तक का जीवन बीमा भी जोड़ सकते हैं। यदि आप इस राइडर को जोड़ते हैं, तो पालिसी अवधि के दौरान मृत्यु होने पर बीमा राशि का भुगतान भी करेगी| परन्तु आपको ऐसे राइडर की कोई आवश्यकता नहीं है|
  3. पहले पांच वर्षों के लिए प्रत्यावर्ती बोनस (Reversionary bonus) की गारंटी दी जाती है। कुछ ख़ास उपयोगी बात नहीं है।

आपको कुछ वर्षों तक प्रीमियम का भुगतान करना होगा| पालिसी मेच्योर होने पर (maturity date/vesting date) आप कुछ पैसा एक मुश्त निकाल सकते हैं| बचे हुए प्लान से आपको एक एन्युटी प्लान (वार्षिकी) खरीदना होगा| LIC Jeevan Shanti एक एन्युटी प्लान है| एन्युटी प्लान से आपको आजीवन पेंशन मिलेगी|

एसबीआई लाइफ सरल पेंशन प्लान: मेच्योरिटी के समय क्या होता है (SBI Life Saral Pension Plan: Maturity)

प्लान मेच्योर होने के समय आपकी इतनी  राशि जमा हो जायेगी:

Sum Assured on Vesting/Maturity + Vested Reversionary Bonus + Terminal Bonus, if any

Reversionary Bonus की घोषणा हर वर्ष करी जाती है। हर वर्ष यह बोनस आपकी पालिसी में जुड़ता रहता है|

टर्मिनल बोनस की घोषणा भी हर वर्ष की जाती है, परन्तु आपकी पालिसी पर यह उसी वर्ष लागू होता है जिस वर्ष पालिसी मेच्योर होती है (या निवेशक का निधन हो जाता है)| टर्मिनल बोनस को Vested Reversionary Bonus के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है|

मेच्योरिटी के समय आपको 3 विकल्प मिलेंगे:

#1 आप जमा राशि (संचित कोष) की 1/3rd राशि एक मुश्त निकाल सकते हैं| बची हुई राशि से आपको एन्युटी प्लान खरीदना होगा|

मान लिए बोनस इत्यादि मिलकर राशि 10 लाख रुपये हैं, तब आप 3.33 रुपये तक राशि एक मुश्त निकाल सकते हैं| कम से कम 6.67 लाख रुपये से एन्युटी प्लान खरीदना होगा| ध्यान दें आ चाहें तो पूरी राशि से भी एन्युटी प्लान खरीद सकते हैं|

हाल ही में, IRDA ने एक मुश्त निकाले जाने वाली राशि को 1/3rd से बढ़ाकर 60% कर दिया है| यह देखना पड़ेगा की यह इस पालिसी में कब लागू होता है|

या

#2 आप पूरी राशि से एक सिंगल प्रीमियम पेंशन प्लान (Single Premium deferred pension plan) खरीद सकते हैं|

या

#3 अगर पालिसी मेच्योरिटी के समय आपकी आयु 55 से कम है, तो आप अपनी पालिसी अवधि को 70 वर्ष की आयु तक बढ़ा सकते हैं| अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको प्रीमियम का भुगतान जारी रखना होगा|

एसबीआई सरल पेंशन प्लान: टैक्स बेनिफिट और मेच्य्रिटी के समय टैक्स (SBI Life Saral Pension Plan: Tax Benefits)

इस SBI पेंशन योजना में निवेश करने पर आपको सेक्शन 80CCC के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलेगा। ध्यान दें कि यह टैक्स बेनिफिट सेक्शन 80C की 1.5 लाख की सीमा के अन्दर ही आता है|

मेच्योरिटी के समय जो राशि आप एक मुश्त निकालते हैं, उस पर कोई टैक्स नहीं देना होता| जैसा की ऊपर लिखा है की आप 1/3rd राशि एक मुश्त निकाल सकते हैं| इस राशि पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा|

बची हुई राशि से आपको एन्युटी प्लान खरीदना होता है| इस राशि पर भी आपको कोई टैक्स नहीं देना होता| परन्तु इस एन्युटी प्लान से जो आय होती है, उस पर आपको अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना होगा|

यदि आप पॉलिसी अवधि पूरा होने से पहले प्लान को सरेंडर करते हैं, तब बड़ी समस्या है| यदि आपने प्लान में निवेश करने पर सेक्शन  80CC के तहत टैक्स बेनिफिट लिया है, तब आपको जो भी राशि मिलती है, उस पर आपको टैक्स देना होगा। अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट (अंग्रेजी) को पढ़ें|

एसबीआई सरल पेंशन प्लान : रिटर्न कैसा रहेगा?

आइए उदाहरणों की मदद से इसका अनुमान लगाने की कोशिश करें।

एक 35 वर्षीय व्यक्ति 10 लाख रुपये (Sum Assured on Vesting/Maturity) खरीदता है। पॉलिसी की अवधि 25 वर्ष है। प्रीमियम 33,443 रुपये होगा। GST मिलाकर पहले वर्ष में प्रीमियम 34,948 रुपये और उसके बाद के वर्षों में 34,196 रुपये होगा।

जैसा हमनें ऊपर देखा, आपकी जमा राशि 3 बातों पर निर्भर करेगी|

  1. Sum Assured on Maturity/Vesting
  2. Vested Reversionary Bonus (निहित प्रत्यावर्ती बोनस)
  3. Terminal Bonus (टर्मिनल बोनस)

हम जानते हैं कि Sum Assured on Maturity/Vesting 10 लाख रुपये है। अब बोनस की कोई गारंटी नहीं है| परन्तु हम पिछले वर्षों के बोनस को देखकर आईडिया लगा सकते हैं| प्रत्यावर्ती बोनस 3.0% से 3.25% तक था। टर्मिनल बोनस 15% था। ध्यान दें टर्मिनल बोनस इस योजना में Vested Reversionary Bonus के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया गया है। साथ ही टर्मिनल बोनस आपको हर वर्ष नहीं मिलता| केवल मेच्योरिटी वाले वर्ष में ही मिलता है|

Vested Reversionary Bonus = 25 वर्ष (पालिसी अवधि) X 10 लाख (बीमित राशि) X 3.25% = 8.125 लाख रुपये

टर्मिनल बोनस (15%) = 15% * 8.125 लाख रुपये(Vested Reversionary Bonus) = 1.22 लाख रुपये

मेच्योरिटी/Vesting के समय कुल जमा कोष = 10 लाख + 8.125 लाख + 1.22 लाख रुपये = 19.34 लाख रुपये

यह 5.80% का रिटर्न है। रिटर्न कुहक ख़ास नहीं है। याद रखें कि यह पेंशन योजना एक शुद्ध निवेश उत्पाद है। PPF में आपको 7.9% p.a. मिलता है|

ध्यान दें आप यह सारी राशि एक मुश्त नहीं निकाल सकते| कुछ राशि से आपको एन्युटी प्लान भी खरीदना होगा|

क्या स्टेट बैंक सरल पेंशन प्लान बेस्ट पेंशन प्लान है?

मेरे अनुसार आपको एसबीआई सरल पेंशन प्लान में निवेश नहीं करना चाहिए|

हमने देखा कि रिटर्न लगभग 6% p.a. था। पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड में आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा| वैसे, आप पीपीएफ खाते का प्रयोग भी पेंशन के लिए कर सकते हैं|

किसी भी पेंशन योजना को खरीदने से पहले एक बात पर अवश्य ध्यान दें|

एक पेंशन प्लान के दो चरण हैं। पहले कुछ समय आप पैसा जमा करते हैं और इसके बाद आप पैसा निकालते हैं| एक-मुश्त या एन्युटी प्लान के रूप में|

देखें तो, रिटायरमेंट के बाद नियमित आय के लिए पेंशन प्लान की आवश्यकता नहीं है| आप पैसा कैसे भी इकठ्ठा कर सकते हैं| फिक्स्ड डिपाजिट में, PPF में या म्यूच्यूअल फण्ड में| एक बार पैसा जमा हो गया, तब आप कुछ भी कर सकते हैं| उस पैसे से नियमित आय के लिए एन्युटी प्लान भी खरीद सकते हैं|

यदि आपको पेंशन प्लान ही खरीदना है, तो अन्य पेंशन उत्पादों जैसे एलआईसी जीवन निधि और राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) से तुलना करें। उसके बाद ही फैसला करें|

अतिरिक्त लिंक

एसबीआई लाइफ सारल पेंशन (SBI Life Website)

Filed Under: Financial Planning, LIC, Life Insurance, PPF Tagged With: LIC पेंशन प्लान, sbi saral pension plan in hindi, बेस्ट पेंशन प्लान, बेस्ट पेंशन प्लान इन इंडिया, बेस्ट पेंशन प्लान इन हिंदी, सरल पेंशन प्लान, स्टेट बैंक सरल पेंशन प्लान

रेपो रेट लिंक्ड होम लोन: अब सस्ते होंगे होम लोन

by दीपेश Leave a Comment

अगर आपको शिकायत रहती है की आपका बैंक होम लोन की ब्याज दर कम नहीं कर रहा है, तब आपके लिए अच्छी खबर है|

भारतीय रिज़र्व बैंक ने आदेश दिया है की 1 अक्तूबर 2019 से दिए जाने वाले नए लोन (new floating rate loan) अब बाहरी बेंचमार्क (external benchmark) से लिंक होंगे| होम लोन और ऑटो लोन आमतौर पर floating rate लोन होते हैं|

आईये जानते हैं की इस नए नियम से आपको क्या फायदा होगा|

होम लोन की ब्याज दर कैसे कैलकुलेट होती है?

आपके होम लोन की ब्याज दर के दो हिस्से होते हैं|

  1. Benchmark (बेंचमार्क): जैसे की Base Rate, MCLR, बेंचमार्क ब्याज दर बदलती रहती है|
  2. Spread (स्प्रेड): यह आपके रोज़गार, लोन चुकाने की क्षमता, क्रेडिट स्कोर इत्यादि पर निर्भर करता है| स्प्रेड आम तुअर पर आपकी लोन की अवधि के दौरान एक समान रहता है|

आपकी ब्याज दर होगी Benchmark + Spread

मान लिए अभी benchmark 8% है और आपके लोन का स्प्रेड 1.5% है, तब आपके लोन की ब्याज दर होगी 9.5% p.a.|

अगर कुछ समय बाद बेंचमार्क बढ़ कर 9% हो जाता है, तब आपके लोन की ब्याज दर बढ़ कर 9%+1.5%=10.5% हो जायेगी|

अगर benchmark घट कर 7% हो जाता है, तब आपके लोन की ब्याज दर घट कर 7%+1.5% = 8.5% हो जायेगी|

बेंचमार्क की ब्याज दर हर बैंक एक फार्मूला के अनुसार कैलकुलेट करता है|

इसमें परेशानी क्या है?

यह देखा गया है की बैंक benchmark ब्याज दर को बढ़ा तो जल्दी देते हैं, परन्तु कम आसानी से नहीं करते| इससे लोन उधार्कर्तायों (borrower) को बड़ी परेशानी होती है| उनकी ईएमआई (EMI) बढ़ तो जल्दी जाती है, परन्तु आसानी से कम नहीं होती|

जब इकॉनमी (economy) में ब्याज दर बढती है, तब आपके लोन की ब्याज दर जल्दी से बढ़ जाती है|

परन्तु जब इकॉनमी में ब्याज दर कम हो रही होती हैं, तब ब्याज दर जल्दी से कम नहीं होती है|

External Benchmark (बाहरी बेंचमार्क) से क्या फायदा होगा?

बैंक का बाहरी बेंचमार्क पर कोई नियंत्रण नहीं होता|

बैंक रिज़र्व बैंक रेपो रेट या ट्रेज़री बिल यील्ड (treasury bill yield) को external benchmark की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं|

अब क्योंकि बैंक का benchmark ब्याज दर पर कोई नियंत्रण नहीं है, जब भी बाहरी बेंचमार्क की दर बदलेगी, आपके लोन की ब्याज दर भी बढ़ेगी या घटेगी|

आपके लोन की ब्याज दर कम आसानी से हो जायेगी| बैंक यहाँ कोई चालाकी नहीं कर पायेगा|

भारतीय स्टेट बैंक ने रेपो रेट लिंक्ड होम लोन (RLLR होम लोन) शुरू भी किया है| इस लोन में रिज़र्व बैंक की रेपो रेट (Repo rate) को benchmark बनाया गया है| इस होम लोन की ब्याज दर पुराने होम लोन से कम है| अधिक जानकारी के लिए आप SBI होम लोन की वेबसाइट पर जा सकते हैं|

मेरे पास पहले से होम लोन है, क्या मैं शिफ्ट कर सकता हूँ?

जी हाँ, अगर आपके पास मौजूदा लोन है, जो की base rate या MCLR जैसे benchmark से जुड़ा हुआ है, आप उसे external benchmark वाले लोन में शिफ्ट कर सकते हैं|

मेरे अनुसार इसके लिए आपको कुछ ख़ास फीस भी नहीं देनी होगी|

आप 1 अक्तूबर 2019 के बाद अपने बैंक से संपर्क करें| पता करें की अगर आप लोन को शिफ्ट करते हैं, तो आपके लोन की नयी ब्याज दर क्या होगी?

अगर नयी ब्याज दर आपकी मौजूदा ब्याज दर से कम है, तो आप शिफ्ट कर सकते हैं| शिफ्ट करने की फीस को भी ध्यान में रखें|

अगर आपका लोन बैंक से नहीं है, तब आपको यह विकल्प नहीं मिलेगा| अगर आपका लोन HDFC, DHFL या LIC Housing Finance से है, तब आपको अभी इस नियम का लाभ नहीं मिलेगा| परन्तु ऐसी स्तिथि में आप अपने लोन को बैंक में ट्रान्सफर करा सकते हैं|

अतिरिक्त जानकारी के लिए पढ़ें

भारतीय रिज़र्व बैंक का सर्कुलर (Reserve Bank Circular)

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एलआईसी टेक टर्म (LIC Tech Term, प्लान 854): LIC का नया ऑनलाइन टर्म प्लान

by दीपेश Leave a Comment

टर्म लाइफ इंश्योरेंस जीवन बीमा खरीदने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका है|  कुछ समय पहले मैंने LIC Jeevan Amar (एलआईसी जीवन अमर प्लान 855) के बारे में चर्चा करी थी| एलआईसी जीवन अमर एक टर्म प्लान है जिसको आप अपने एजेंट की सहायता से खरीद सकते हैं| साथ ही एलआईसी ने एक ऑनलाइन टर्म प्लान भी शुरू किया है LIC Tech Term (एलआईसी टेक टर्म प्लान, प्लान 854)| यह प्लान आप केवल ऑनलाइन ही खरीद सकते हैं|

आज इस पोस्ट में चर्चा करते हैं LIC Tech Term (एलआईसी टेक टर्म) के बारे में|

एलआईसी टेक टर्म (प्लान 854): पूरी जानकारी (LIC Tech Term plan in Hindi)

  1. एलआईसी टेक टर्म (LIC Tech Term) एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है| अगर पालिसी अवधि के दौरान धारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बीमा राशि मिलती है| अगर पालिसी अवधि की समाप्ति पर पालिसीधारक जीवित है, तब कुछ भी भुगतान नहीं लिया जाता|
  2. इस प्लान को आप केवल ऑनलाइन खरीद सकते हैं| LIC जीवन अमर और LIC Tech Term का सबसे बड़ा अंतर यही है| LIC जीवन अमर को आप ऑनलाइन नहीं खरीद सकते और LIC Tech Term को आप
  3. प्रवेश आयु (Entry Age): 18 से 65 वर्ष
  4. पालिसी मेच्योरिटी के समय अधिकतम आयु (Maximum Age at Maturity): 80 वर्ष
  5. न्यूनतम बीमा राशि (Minimum Sum Assured): 50 लाख रुपये
  6. अधिकतम बीमा राशि (Maximum Sum Assured): कोई सीमा नहीं है
  7. पालिसी अवधि (Policy Term): 18 से 40 वर्ष
  8. प्रीमियम भुगतान विकल्प (Premium Payment Options): एकल प्रीमियम (Single Premium), लिमिटेड प्रीमियम प्लान (Limited Premium plan), रेगुलर प्रीमियम (regular premium)| एकल प्रीमियम प्लान में आपको केवल एक बार प्रीमियम देना होता है| लिमिटेड प्रीमियम विकल्प में आपको कुछ वर्षों तक प्रीमियम भुगतान करना होता है| रेगुलर प्रीमियम विकल्प में आपको पूरी पालिसी अवधि के दौरान भुगतान करना होता है|
  9. आपके पास जीवन बीमा के दो विकल्प हैं| Level Sum Assured या Increasing Sum Assured
  10. Level Sum Assured: पूरी पालिसी अवधि के दौरान आपकी जीवन बीमा राशि एक सामान रहती है| मान लिए आप 50 लाख रुपये का बीमा खरीदते हैं| पालिसी अवधि 20 वर्ष है| पूरी अवधि के दौरान आपका जीवन बीमा 50 लाख रुपये का ही रहेगा|
  11. Increasing Sum Assured: पहले 5 वर्ष जीवन बीमा एक सामान रहता है| छठे वर्ष से 15वें पालिसी वर्ष तक हर वर्ष बीमा 10% बढ़ता है| मान लिए आप 50 लाख रुपये का बीमा खरीदते हैं| पालिसी अवधि 20 वर्ष है| 5 वर्ष तक जीवन बीमा 50 लाख रुपये का ही रहेगा| छठे वर्ष से हर वर्ष 10% बढेगा| अधिकतम मूल बीमा राशि का दोगुना हो सकता है, यानी की 1 करोड़| छठे वर्ष में बीमा 55 लाख हो जाएगा, सांतवें वर्ष में 60 लाख, 8वें बर्ष में 65 लाख, 9वें में 70 लाख, 10वें वर्ष में 75 लाख| ऐसे करते करते 15वें वर्ष में बीमा 1 करोड़ रुपये हो जाएगा| इसके बाद बीमा राशि में बढ़त नहीं होगी| 16वें से 20वें वर्ष तक बीमा राशि 1 करोड़ रुपये ही रहेगी|
  12. क्योंकि बीमा Increasing Sum Assured में ज्यादा मिल रहा है, आपका प्रीमियम भी अधिक होगा|
  13. मृत्यु लाभ के विकल्प (Death Benefit Options): पालिसी अवधि के दौरान मृत्यु की स्तिथि में आप बीमा राशि एक मुश्त ले सकते हैं| आपके पास बीमा राशि को किश्तों में लेने का विकल्प भी है| आप 5, 10 या 15 वर्ष की किश्तों के विकल्प चुन सकते हैं|
  14. मेच्योरिटी बेनिफिट (Maturity Benefit): क्योंकि यह एक टर्म प्लान है, पालिसी अवधि की समाप्ति पर कुछ भी नहीं मिलेगा|
  15. अगर आप धूम्रपान (Smoker) करते हैं, तब आपका प्रीमियम ज्यादा होगा| अगर आप यह कहते है की आप धूम्रपान नहीं करते (non-smoker), तब पुष्टि के लिए आपका Urine Cotinine टेस्ट कराया जाएगा|
  16. महिलायों के लिए प्रीमियम कुछ कम होगा|
  17. क्योंकि जीवन अमर एक टर्म प्लान है, आप इस पालिसी से लोन नहीं ले सकते|
  18. सरेंडर वैल्यू (Surrender Value): रेगुलर प्रीमियम प्लान मिएँ कुछ भी सरेंडर वैल्यू नहीं मिलेगी| अगर लिमिटेड या एकल प्रीमियम विकल्प चुनते हैं, तो पालिसी सरेंडर करने पर कुछ प्रीमियम वापिस किया जाएगा|
  19. एलआईसी जीवन अमर के साथ आप Accidental Death Rider जोड़ सकते हैं|

पढ़ें: अपनी LIC पालिसी से लोन कैसे लें?

क्या बिना मेडिकल टेस्ट के भी LIC Tech Term प्लान ले सकते हैं?

जी हाँ, आप बिना मेडिकल टेस्ट के भी आप LIC Tech Term प्लान खरीद सकते हैं| आपको non-medical scheme का विकल्प चुनना होगा| परन्तु इसके लिए कुछ शर्तें हैं|

  1. आप धूम्रपान न करते हों (Non-Smoker)|
  2. आपका स्वास्थ्य अच्छा हो| कम से कम की गंभीर बीमारी नहीं होनी चाहिए|

अगर आपकी आयु 18 वर्ष से 35 वर्ष के बीच है और वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक है, तब आप 75 लाख तक का बीमा non-medical स्कीम के तहत ले सकते हैं|

अगर आपकी आयु 36 वर्ष से 45 वर्ष के बीच है और वार्षिक आय 5 लाख रुपये से अधिक है, तब आप 50 लाख तक का बीमा non-medical स्कीम के तहत ले सकते हैं|

ध्यान दें अगर आप non-medical स्कीम के अंतर्गत प्लान खरीदते हैं, तब आपक प्रीमियम ज्यादा होगा|

इसलिए अगर आप धूम्रपान नहीं करते हैं, तो बेहतर होगी की आप साधारण तरीके से ही यह टर्म प्लान खरीदें|

एलआईसी टेक टर्म: मृत्यु लाभ (Death Benefit in LIC Tech Term)

पालिसी अवधि के दौरान अगर पालिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बीमा राशि प्रदान की जायेग| बीमा राशि एक मुश्त ले सकते हैं या फिर 5,10 या 15 वर्षों तक किश्तों में ले सकते हैं|

एलआईसी टेक टर्म प्लान 854: परिपक्वता लाभ (Maturity Benefit in LIC Tech Term)

LIC जीवन अमर एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है| अगर आप पालिसी अवधि की समाप्ति पर जीवित हैं, तो आपको कुछ भी नहीं मिलेगा|

एलआईसी टेक टर्म: टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit in LIC Tech Term Plan)

प्रीमियम भुगतान पर आपको धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स लाभ मिलेगा|

पालिसी अवधि के दौरान धारक की मृत्यु होने की स्तिथि में मिलने वाली राशि कर भी कोई टैक्स नहीं देना होगा|

एलआईसी टेक टर्म प्लान का प्रीमियम कितना है? (Premium for LIC Tech Term Plan)

प्रीमियम आपकी प्रवेश आयु, बीमा राशि, पालिसी अवधि और प्रीमियम भुगतान के तरीके पर निर्भर करेगा| साथ ही, प्रीमियम इस बात पर भी निर्भर करेगा की आप धूम्रपान करते हैं या नहीं| या आपने level Sum Assured का विकल्प चुना है या Increasing Sum Assured का|

एक उदहारण से आपको प्रीमियम के बारे में बताता हूँ:

lic tech term plan in hindi एलआईसी टेक टर्म प्लान हिंदी में पूरी जानकारी प्लान 854 प्लान 855 जीवन अमर
सौजन्य: www.PersonalFinancePlan.in

जैसा की मैंने ऊपर बताया था, अगर आप धूम्रपान नहीं करते हैं, तो बेहतर होगा की आप मेडिकल टेस्ट करने के बाद ही टर्म प्लान लें| अगर non-मेडिकल स्कीम में आवेदन करेंगे, तो मेडिका लतेस्ट तो नहीं होगा, परन्तु प्रीमियम ज्यादा देना होगा| (2) and (4) entry की तुलना करें|

एलआईसी Tech Term कैसा प्लान है?

मेरे अनुसार एलआईसी जीवन अमर एक अच्छा प्लान है| अगर आपने अभी तक कोई टर्म इंश्योरेंस प्लान नहीं खरीदा है या आपके पास पर्याप्त जीवन बीमा नहीं है, तब आप एलआईसी टेक टर्म प्लान खरीद सकते हैं|

एलआईसी Tech Term प्लान को कैसे खरीदें?

आप इस प्लान को केवल ऑनलाइन खरीद सकते हैं|

आप LIC की वेबसाइट पर जाएँ (https://eterm.licindia.in/onlinePlansIndex/login.do)

आपको अपने बारे में जानकारी डालनी होगी| आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा| OTP डालें| अपनी ज़रुरत के अनुसार बीमा राशि चुनें और पेमेंट करें|

सौंजन्य: www.PersonalFinancePlan.in

Filed Under: Financial Planning, LIC, Life Insurance Tagged With: LIC jeevan amar, LIC Tech Term plan, एलआईसी जीवन अमर, एलआईसी टेक टर्म, टर्म इंश्योरेंस प्लान, बेस्ट टर्म इंश्योरेंस प्लान

LIC का नया टर्म इंश्योरेंस प्लान: एलआईसी जीवन अमर (प्लान 855) की पूरी जानकारी

by दीपेश Leave a Comment

हम सभी जानते हैं की टर्म लाइफ इंश्योरेंस जीवन बीमा खरीदने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका है| एक पोस्ट में मैंने सबसे अच्छे टर्म प्लान पर चर्चा भी करी थी| जब भी जीवन बीमा की चर्चा आती है, सबसे पहले ध्यान एलआईसी (LIC) का ही आता है| हाल ही में LIC में दो नए टर्म इंश्योरेंस प्लान की घोषणा करी है| एलआईसी जीवन अमर और एलआईसी Tech प्लान|

आज इस पोस्ट में चर्चा करते हैं LIC Jeevan Amar (एलआईसी जीवन अमर) के बारे में|

एलआईसी जीवन अमर (प्लान 855): पूरी जानकारी (LIC Jeevan Amar in Hindi)

  1. एलआईसी जीवन अमर एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है| अगर पालिसी अवधि के दौरान धारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी बीमा राशि मिलती है| अगर पालिसी अवधि की समाप्ति पर पालिसीधारक जीवित है, तब कुछ भी भुगतान नहीं लिया जाता|
  2. इस प्लान को आप ऑनलाइन नहीं खरीद सकते|
  3. प्रवेश आयु (Entry Age): 18 से 65 वर्ष
  4. पालिसी मेच्योरिटी के समय अधिकतम आयु (Maximum Age at Maturity): 80 वर्ष
  5. न्यूनतम बीमा राशि (Minimum Sum Assured): 25 लाख रुपये
  6. अधिकतम बीमा राशि (Maximum Sum Assured): कोई सीमा नहीं है
  7. पालिसी अवधि (Policy Term): 18 से 40 वर्ष
  8. प्रीमियम भुगतान विकल्प (Premium Payment Options): एकल प्रीमियम (Single Premium), लिमिटेड प्रीमियम प्लान (Limited Premium plan), रेगुलर प्रीमियम (regular premium)| एकल प्रीमियम प्लान में आपको केवल एक बार प्रीमियम देना होता है| लिमिटेड प्रीमियम विकल्प में आपको कुछ वर्षों तक प्रीमियम भुगतान करना होता है| रेगुलर प्रीमियम विकल्प में आपको पूरी पालिसी अवधि के दौरान भुगतान करना होता है|
  9. न्यूमतम प्रीमियम (Minimum Premium): रेगुलर और लिमिटेड प्रीमियम प्लान के लिए 3,000 रुपये प्रति वर्ष, एकल प्रीमियम प्लान के लिए 30,000 रुपये
  10. आपके पास जीवन बीमा के दो विकल्प हैं| Level Sum Assured या Increasing Sum Assured
  11. Level Sum Assured: पूरी पालिसी अवधि के दौरान आपकी जीवन बीमा राशि एक सामान रहती है| मान लिए आप 50 लाख रुपये का बीमा खरीदते हैं| पालिसी अवधि 20 वर्ष है| पूरी अवधि के दौरान आपका जीवन बीमा 50 लाख रुपये का ही रहेगा|
  12. Increasing Sum Assured: पहले 5 वर्ष जीवन बीमा एक सामान रहता है| छठे वर्ष से 15वें पालिसी वर्ष तक हर वर्ष बीमा 10% बढ़ता है| मान लिए आप 50 लाख रुपये का बीमा खरीदते हैं| पालिसी अवधि 20 वर्ष है| 5 वर्ष तक जीवन बीमा 50 लाख रुपये का ही रहेगा| छठे वर्ष से हर वर्ष 10% बढेगा| अधिकतम मूल बीमा राशि का दोगुना हो सकता है, यानी की 1 करोड़| छठे वर्ष में बीमा 55 लाख हो जाएगा, सांतवें वर्ष में 60 लाख, 8वें बर्ष में 65 लाख, 9वें में 70 लाख, 10वें वर्ष में 75 लाख| ऐसे करते करते 15वें वर्ष में बीमा 1 करोड़ रुपये हो जाएगा| इसके बाद बीमा राशि में बढ़त नहीं होगी| 16वें से 20वें वर्ष तक बीमा राशि 1 करोड़ रुपये ही रहेगी|
  13. क्योंकि बीमा Increasing Sum Assured में ज्यादा मिल रहा है, आपका प्रीमियम भी अधिक होगा|
  14. मृत्यु लाभ के विकल्प (Death Benefit Options): पालिसी अवधि के दौरान मृत्यु की स्तिथि में आप बीमा राशि एक मुश्त ले सकते हैं| आपके पास बीमा राशि को किश्तों में लेने का विकल्प भी है| आप 5, 10 या 15 वर्ष की किश्तों के विकल्प चुन सकते हैं|
  15. मेच्योरिटी बेनिफिट (Maturity Benefit): क्योंकि यह एक टर्म प्लान है, पालिसी अवधि की समाप्ति पर कुछ भी नहीं मिलेगा|
  16. अगर आप धूम्रपान (Smoker) करते हैं, तब आपका प्रीमियम ज्यादा होगा| अगर आप यह कहते है की आप धूम्रपान नहीं करते (non-smoker), तब पुष्टि के लिए आपका Urine Cotinine टेस्ट कराया जाएगा|
  17. महिलायों के लिए प्रीमियम कुछ कम होगा|
  18. क्योंकि जीवन अमर एक टर्म प्लान है, आप इस पालिसी से लोन नहीं ले सकते|
  19. सरेंडर वैल्यू (Surrender Value): रेगुलर प्रीमियम प्लान मिएँ कुछ भी सरेंडर वैल्यू नहीं मिलेगी| अगर लिमिटेड या एकल प्रीमियम विकल्प चुनते हैं, तो पालिसी सरेंडर करने पर कुछ प्रीमियम वापिस किया जाएगा|
  20. एलआईसी जीवन अमर के साथ आप Accidental Death Rider जोड़ सकते हैं|

पढ़ें: अपनी LIC पालिसी से लोन कैसे लें?

एलआईसी जीवन अमर प्लान: मृत्यु लाभ (Death Benefit in LIC Jeevan Amar)

पालिसी अवधि के दौरान अगर पालिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बीमा राशि प्रदान की जायेग| बीमा राशि एक मुश्त ले सकते हैं या फिर 5,10 या 15 वर्षों तक किश्तों में ले सकते हैं|

एलआईसी जीवन अमर प्लान 855: परिपक्वता लाभ (Maturity Benefit in LIC Jeevan Amar)

LIC जीवन अमर एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है| अगर आप पालिसी अवधि की समाप्ति पर जीवित हैं, तो आपको कुछ भी नहीं मिलेगा|

एलआईसी जीवन अमर: टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit in LIC Jeevan Amar Plan)

प्रीमियम भुगतान पर आपको धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स लाभ मिलेगा|

पालिसी अवधि के दौरान धारक की मृत्यु होने की स्तिथि में मिलने वाली राशि कर भी कोई टैक्स नहीं देना होगा|

एलआईसी जीवन अमर प्लान का प्रीमियम कितना है? (Premium for LIC Jeevan Amar)

प्रीमियम आपकी प्रवेश आयु, बीमा राशि, पालिसी अवधि और प्रीमियम भुगतान के तरीके पर निर्भर करेगा| साथ ही, प्रीमियम इस बात पर भी निर्भर करेगा की आप धूम्रपान करते हैं या नहीं| या आपने level Sum Assured का विकल्प चुना है या Increasing Sum Assured का|

एक उदहारण से आपको प्रीमियम के बारे में बताता हूँ:

एलआईसी जीवन अमर 
प्लान 855 पूरी जानकारी एलआईसी टर्म इन्श्योरेंसं
LIC Jeevan Amar in hindi
Source: Financial Express

आप देख सकते हैं की यह प्रीमियम 1 करोड़ की बीमा राशि के लिए है| Level Sum Assured है| पूरी अवधि 1 करोड़ का जीवन बीमा ही रहेगा| रेगुलर प्रीमियम पेमेंट विकल्प है| धूम्रपान नहीं करने वाले के लिए है| प्रीमियम आयु के साथ बढ़ रहा है| प्रीमियम महिलायों के लिए कम है|

एलआईसी जीवन अमर कैसा प्लान है?

मेरे अनुसार एलआईसी जीवन अमर एक अच्छा प्लान है| अगर आपने अभी तक कोई टर्म इंश्योरेंस प्लान नहीं खरीदा है या आपके पास पर्याप्त जीवन बीमा नहीं है, तब आप एलआईसी जीवन अमर प्लान खरीद सकते हैं|

अधिक जानकारी के लिए एलआईसी की वेबसाइट पर जाएँ|

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